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हमें हिचकी क्यों आती है

हिचकी हमारे डायफ्राम सिकुड़ने से आती है । डायफ्राम एक मांसपेशी होती है जो छाती के खोखल को हमारे पेट के खोखल से अलग करती है । ये सांस लेने की प्रक्रिया में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है । फेफड़ो में हवा भरने के लिए डायफ्राम का सिकुड़ना  जरुरी होता है । अब सवाल ये उठता है की हिचकी क्यों आती है ? होता ये है की डायफ्राम को नियंत्रित करने वाली नाड़ियो में कुछ उत्तेजना होती है , जिसकी वजह से डायफ्राम बार- बार सिकुड़ता है , और हमारे फेफड़े तेजी  से अंदर हवा खींचते है । ऐसा जोर - जोर से हंसने , तेज मसाले वाला खाना खाने , जल्दी - जल्दी खाने या फिर पेट फूलने से ऐसा हो सकता है  यानि उत्तेजना का कारण  होती है हवा 
आमतौर पर ये डकार से बाहर आ जाती है । कभी - कभी ये खाने की तहों के बीच फंस जाती है । हिचकी इस हवा को बाहर निकालने का उपाय है । हिचकी रोकने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ाना जरुरी है , इसलिए सांस रोकना , धीरे - धीरे पानी पीना कारगर साबित हो सकता है ।

                                
                           



हिचकी रोकने के उपाय

हिचकी आने के कई कारण  हो सकते है   लगातार हिचकी आना भी एक तरह से एक बीमारी ही है  अगर सामान्य उपयो के बाद भी हिचकी न रुक रही हो तो डॉक्टर से राय  लेना  बेहतर होता है   यूं  तो हिचकी आना आम बात होती है  और यह कभी भी कही भी आ  सकती है   हिचकी को लेकर आप काफी परेशांन हो जाते है   लेकिन कई बार हिचकी को रोक पाना मुश्किल हो जाता है  

हिचकी को रोकने के लिए आप कई तरह के उपाय करते है  जैसे पानी पीना या अन्य उपाय आजमाना लेकिन उसके बाद भी हिचकी नहीं रूकती  हिचकी से आपके शरीर में अन्य समस्याए भी हो सकती है   हम कुछ ऐसे उपाय बता रहे है जिसे करने से हिचकी तुरंत बंद हो जाएगी  


हालांकि हिचकी के होने के पीछे के ठोस कारण का पता अब तक नहीं चल सका है लेकिन इनका होना और फिर गायब हो जाना कई सारी चीजों से जुड़ा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि अमूमन डायफ्राम की मसल्स के अचानक सिकुड़ने की वजह से हिचकी की स्थिति बनती है। ऐसे में कई सारे घरेलू उपाय इस स्थिति से उबरने में मदद कर सकते हैं और कई बार हिचकी अपने  आप भी रुक जाती है।



सामान्य मामलों के अलावा डॉक्टर टेस्ट के जरिए यह स्पष्ट कर लेता है कि समस्या कहां है और दवाओं के जरिए इसे काफी हद तक ठीक किया जा सकता है। लेकिन कई मामलों में हिचकी की समस्या बहुत लम्बे समय तक भी जारी रह सकती है और ऐसे में धैर्य के साथ ही सही इलाज को पूरे समय अपनाने की जरूरत भी होती है। आईए हिचकी रोकने के लिए कुछ उपायों पर चर्चा करते है। यह सभी उपाय सामान्य हिचकी रोकने के लिए है।

1  . एक लंबी सांस लें और उसे कुछ सैकेंड  के लिये रोक कर रखें। जानकारों के मुताबिक जब फेफड़ों में जमा कार्बन डाइऑक्‍साइड भर जाएगा और डायफ्राम उसे निकालेगा तो हिचकी आना खुद-ब-खुद बंद हो जाएगी।
2  .हिचकी आने पर तुरंत एक चम्मच चीनी का सेवन करें। इससे थोड़ी देर में ही हिचकी आना बंद हो जाएगी । घोल में चुटकी भर नमक भी मिला दे और इस पानी को थोड़ा-थोड़ा और धीरे-धीरे पीए। सीप कर पीने से हिचकी थोड़ी देर मे बंद हो जाती है।
3  . हिचकी आने पर एक चम्मच नींबू का ताजा रस निकालें। अब इसमें एक चम्मच शहद डालें। दोनों को मिलाएं और चाट लें। इससे से हिचकी बंद हो जाएगी।
4  . कई बार तेज-तेज खाना खाने से भी हिचकी आने लगती है। खाना धीरे-धीरे चबा-चबा कर खाएं हिचकी आनी बंद हो जाती है। जल्दी खाना खाने और खाने के दौरान बेहद तीखा चीज खा लेने से हिचकी आने लगती है।
5  . जब भी हिचकी की समस्या से परेशान हो तो तुरंत चॉकलेट पाउडर की एक चम्मच खा लें। इसे खाने से थोड़ी देर में हिचकी ठीक हो जाएगी।
6  . थोड़े से नमक को पानी में मिलाकर एक या दो घूंट पीएं। इससे हिचकी की समस्या में तुरंत आराम मिलेगा।
7  .  तीन काली मिर्च थोडी सी चीनी या मिश्री का एक टुकडा मुंह में रखकर चबायें, और उसका रस चूंसते रहे, चाहे तो एक घूंट पानी पी सकते है, इससे तुरंत  हिचकी बन्द हो जायेगी।
8  . जानकारों के मुताबिक उल्टी गिनती करने और अचानक उस व्यक्ति को डराने से भी सामान्य हिचकी ठीक हो जाती है। उल्टी गिनती का मतलब से 100 से 1 की तरफ गिनती करना।
9  . हिचकी आने पर तुरंत टमाटर को धो कर दांतों से काट कर खाएं हिचकी ठीक हो जाएगी। साथ ही जब हिचकी आए तो एक चम्मच पीनट बटर लें और खाएं। इससे सांस लेने की प्रक्रिया में बदलाव होगा और हिचकी बंद हो जाएगी।
10 . जब आपको हिचकियाँ आ रही हों तो अपनी दाईं हथेली को बाएं हाथ के अंगूठे से दबाएँ और यही प्रक्रिया दूसरे हाथ से भी करें। आप अपने बाएं अंगूठे की गोलाई को भी दबा सकते हैं। इसके लिए अपने अंगूठे और तर्जनी के बीच इस गोलाई को दबाएँ। इससे आपकी नसों पर प्रभाव पड़ेगा और इससे होने वाले दर्द से आपका ध्यान बंट जाएगा एवं हिचकियाँ बंद हो जाएंगी। आप ये सारी प्रक्रिया मेज़ के नीचे भी संपन्न कर सकते हैं, जिससे आपको कोई देख ना पाए।
11 . अगर आप हिचकियों को रोकना चाहते हैं तो कहीं छिप जाएँ। इस समय अपनी उँगलियों के द्वारा अपने कान अच्छी तरह से बंद कर लें। आप अपने कान के पीछे के हिस्से, जो कि खोपड़ी के ठीक नीचे स्थित होते हैं, को दबा भी सकते हैं। इससे आपको कुछ देर के लिए शांति मिलेगी जिसका सीधा असर आपके डायाफ्राम पर पड़ेगा। कुछ समय के बाद आपको आराम का अनुभव होगा और आपकी हिचकियाँ ठीक हो जाएंगी।
12 . अगर आपको हिचकियाँ आ रही हैं और आप इन्हें जल्दी से जल्दी रोकना चाहते हैं तो आपके लिए यही सही होगा कि एक बार लोगों की नज़रों से दूर जाकर आप अपनी जीभ कुछ देर बाहर निकालकर रखें। ऐसा करते समय आप काफी अजीब और असभ्य दिखेंगे। ऐसा कई अभिनेताओं और गायकों द्वारा किया जाता है क्योंकि इससे गले के बीच के भाग को आराम मिलता है और यह अच्छे से खुल जाता है। इससे आप आसानी से सांस ले पाते हैं और इसी प्रक्रिया के फलस्वरूप आपकी हिचकियाँ आनी बिलकुल बंद हो जाती हैं। यह  एक ऐसा व्यायाम है जिसकी मदद से आपकी हिचकियाँ पूरी तरह ख़त्म हो जाती हैं।
13 . सिरके का सेवन करने से भी हिचकियों में काफी रूकावट आती है। सिरके का स्वाद निश्चित रूप से अच्छा नहीं होता है, पर आपकी हिचकियों को कम से कम समय में ठीक करने में यह काफी कारगर सिद्ध होता है। आप डिल (dill) के अचार को चूसकर भी अपनी हिचकियाँ दूर कर सकते हैं।
14 . किसी व्यक्ति को अचानक से डराने या चौंकाने से उसका ध्यान भंग हो सकता है जिससे श्वसन में अवरोध होगा और हिचकियाँ ख़त्म हो जाएँगी |
15 . ये तरीका थोड़ा अजीब जरूर है लेकिन अगर बहुत ही ध्यान से अपनी उंगली को मुंह में ले जाने से भी हिचकी रोकने में मदद मिलती है। ध्यान रहे जल्दबाजी में ऐसा करने से आपको खासी आ सकती है।
16 . हिचकी आने पर गर्दन पर आइस बैग या ठंडे पानी में भीगा कपड़ा रखने से भी मदद मिलती है।
                                                   


नोट  :- इस लेख में बताये गए नुस्खे आपकी जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।