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दिल का दौरा ( Heart Attack )

दिल का दौरा  वह स्थिति है । जब किसी  व्यक्ति की धमनी में अवरोध आ जाता है और रक्त प्रवाह रूक जाता है । यदि रक्त प्रवाह को जल्दी से बहाल नहीं किया जाता तो ऑक्सीजन और पोषक तत्वो के अभाव में दिल की मासपेशियों को इस तरह नुकसान हो सकता है कि  उसकी भरपाई नहीं की जा सकती है । इससे हार्ट फेल हो सकता है और मृत्यु भी हो सकती है 

                                                


दिल का दौरा  ( Heart  Attack ) के लक्षण

एक समय था जब दिल के दौरे अर्थात  Heart  Attack  को सिर्फ वृद्धों की बीमारी माना जाता था । किन्तु अब व्यक्ति किशोरावस्था में पैर  रखते ही इसके शिकार होने लगते है और यही कारण  है की आजकल दिन प्रतिदिन दिल के मरीजों  की संख्या बढ़ती जा रही है । वैसे चिकित्सकों का मानना है कि अधिकतर रोगियों में Heart Attack होने से एक महीने पहिले  ही कुछ लक्षण देखे जा सकते है । जिनको ध्यान में रखते हुए मरीज को तुरंत इलाज करवा लेना चाहिए । ताकि हार्ट अटैक के खतरे को टाला जा सकता है । आज हम ऐसे ही कुछ संकेतो के बारे में बताने जा रहे है 

1  . एक महीने पहले से सीने में हल्का दर्द , सांस लेने में दिक्कत , फ्लू की समस्या और घबराहट जैसे लक्षण दिखने लगते है । शोधकर्ताओं का मानना है कि  अगर महीने भर पहले दिल के मरीजों में ये लक्षण पहचान लिए जाएं तो हार्ट अटैक को रोकने में काफी हद तक मदद मिल सकती है 

2  . सांस की तकलीफ और थकान  में शरीर को आराम की जरुरत होती है लेकिन यह दिल पर अतिरिक्त तनाव के कारण  हार्ट अटैक का लक्षण भी हो सकता है । यदि बिना किसी कारण  के अक्सर थकान होती है या हमेशा थका -थका महसूस हो तो यह परेशानी का सबब हो सकता है । थकान  और सांस  की तकलीफ महिलाओं में आम होती है और और इसकी शुरुआत हार्ट अटैक होने से कई दिनों पहले हो जाती है 

3  . बिना किसी काम और एक्सरसाइज  के सामान्य से ज्यादा पसीना आना ह्रदय  कि  समस्याओं की पूर्व चेतावनी के संकेत हैं । अवरुद्ध धमनियों के माध्यम से रक्त को दिल तक पम्प करने हे लिए बहुत अधिक प्रयास करना पड़ता हैं । जिससे आपके शरीर को अतिरिक्त तनाव में शरीर इ तापमान को नीचा बनाए रखने के लिए अधिक पसीना आता है । अगर आपको बहुत अधिक पसीना आता है और चिपचिपी त्वचा का अनुभव होता है तो तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए 

4  . हार्ट अटैक से पहले हलके अपच और अन्य गैस्ट्रोइंस्टेटाइनल समस्याएं  देखने को मिलती हैं  लेकिन अक्सर इसको नजरअंदाज कर दिया जाता है क्योंकि हार्ट अटैक की समस्या आमतौर पर बड़े लोगो में पाई जाती है और उनमे आमतौर पर अधिक अपच की समस्या होती है । सामान्य रूप से पेट में दर्द , अपच , हार्ट बर्न या उलटी की समस्या होना हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है 

5  . हार्ट अटैक का सबसे सामान्य लक्षण है सीने में दर्द या बेचैनी हालांकि कुछ लोगों  को बिलकुल भी सीने में दर्द का अनुभव नहीं होता । छाती के बीच में बेचैनी , दबाव , दर्द , जकडन और भारीपन अनुभव करने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें 

6  . शरीर में दर्द और जकड़न  भी हो सकता है । इसमें बाहों , कमर , गर्दन और जबड़े में दर्द या भारीपन भी महसूस हो सकता है । कभी - कभी यह दर्द शरीर के किसी भी हिस्से से शुरू होकर सीधे सीने तक भी पहुँच सकता है । इन लक्षणों को अनदेखा नहीं करना चाहिए 

7  . हार्ट अटैक के पहले दिखने वाले लक्षणों में परिपूर्णता की भावना भी आती है । इसमें हर व्यक्ति को हर समय भरा हुआ सा महसूस होता है । ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब ऑक्सीजन युक्त रक्त संचार प्रणाली के माध्यम से नहीं जा पता तब शरीर पेट में दर्द के संकेतों  को भेजकर जवाब देता है 

8  . रात को सोने में कठिनाई होना या रात में चिंता या संकट की भावना के कारण  अचानक से उठ जाना भी ह्रदयघात के पहले से दिखने वाले लक्षण है 

9  . चिपचिपी और पसीने से तर  त्वचा , थका हुआ और कमजोर महसूस होने को अक्सर लोग फ्लू के लक्षण माना जाता है लेकिन वास्तव में यह हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते है । इसके अलावा सोने में भारीपन या दबाव की भावना को भी लोग चेस्ट कोल्ड और फ्लू होने के नाम से भ्रमित होते है लेकिन यह हार्ट अटैक के लक्षण भी हो सकते है । ऐसा कोई भी लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें 

10. कभी - कभी हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले अधिक सामान्य लक्षण जैसे तेजी से और अनियमित रूप से पल्स  और हार्ट रेट का चलना ह्रदय  की धड़कन में असामान्य तेजी के रूप में जाना जाता है । यदि यह समस्या अचानक से आ जाती  है तो इस अवधि के दौरान आपका दिल बहुत तेजी से और मुश्किल से धड़कता है और यह हार्ट अटैक का लक्षण भी हो सकता है 


                                                                   


दिल के दौरे ( Heart  Attack ) से बचने के कुछ आसान तरीके

दिल या हार्ट हमारे शरीर का सबसे नाजुक अंग होता है । और कोई भी चीज़ इसे आसानी से नुकसान पहुंचा सकती  है 

1  . हार्ट अटैक से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि  आप खुले दिमाग से तनाव रहित रहें 

2  . हार्ट अटैक से बचने के लिए ज्यादा कैलोरी वाले खाने से बचना चाहिए। और नियमित व्यायाम करना चाहिए  

3  . अपने आप को फिट और तन्दुररुस्त रखना हार्ट अटैक से बचने का सबसे अच्छा तरीका है 

4  . दिल के रोगों से बचने के लिए जंक  फ़ूड न खायें 

5  . यदि आप मोटे  है तो आपको हार्ट अटैक का खतरा है । ज्यादा वजन होने से हार्ट को ज्यादा रक्त और ज्यादा ऊर्जा पम्प करनी पड़ती है जिससे आपके नाजुक दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है । सही डाइट लेना बेहद जरुरी होता है 

6  . हार्ट अटैक से बचने के लिए संतुलित आहार लेना बहुत जरुरी है 

7  . पेशाब और शौच को दबाने से दिल पर प्रभाव पड़ता है और यह संक्रमण का कारण  भी बनता है 

8  .  एक ही जगह लंबे समय तक न  बैठे,  और न लंबे समय तक खड़े रहे  इससे भी आपके हार्ट को खतरा है 

9   . हार्ट अटैक से बचने के लिए के लिए तनाव से दूर रहे 

10 . हाई ब्लड प्रेशर से हार्ट अटैक का खतरा बढ़  जाता है । हमेशा लोगो से प्यार करें  न की नफरत 

11 . दिल में ज्यादा ब्लड पहुँचाने के लिए कॉफ़ी के मुकाबले चाय  ज्यादा बेहतर है । यह दिल को स्वस्थ रखती है । इसलिए रोज एक कप चाय  जरूर पिए 

12 . मछली न केवल आँखों के लिए अच्छी है बल्कि कई तरह कि  दिल की बीमारियों को भी दूर करती है । सप्ताह में एक बार मछली का सेवन अवश्य करें 

13 . रोजाना 8  घंटे की नींद दिल के लिए यह कई तरीके से फायदेमंद है 

14 . धूम्रपान न करें 

दिल का दौर पर करें  ये प्राथमिक उपचार

दिल का दौरा  पड़ने पर अगर 15  मिनट में उपचार मिल जाये तो मरीज की जान आसानी से बचाई जा सकती है , उपचार में अगर 12  घंटे लग गए तो एंजियोप्लास्टी भी काम नहीं करती है । दिल का दौरा पड़ने पर क्या प्राथमिक उपचार करें  उसके बारे में हम यहाँ बताने जा रहे है 

1  . दिल का दौरा  पड़ने वाले व्यक्ति के लक्षणों को पहचाने इसमें आपको किसी भी प्रकार का भ्रम  नहीं रहेगा। सीने में जकड़न  और बेचैनी , साँसों का तेजी से चलना , कंधों  और जबड़ों की तरफ फैलता दर्द , चक्कर के साथ पसीना आना , नब्ज कमजोर पड़ना और मितली आना आदि दिल के दौरे के प्रमुख लक्षण है 

2  . दिल का दौरा पड़ने पर मरीज को सबसे पहले आरामदायक स्थिति में लिटायें और उसे एस्प्रिन की टेबलेट चूसने को दें । एस्प्रिन चूसने से दिल के दौरे में मृत्यु दर 15 प्रतिशत तक कम  हो जाती है  । क्योंकि यह दवा खून के थक्के बनने को रोकती है  और नसों और मासपेशयों में खून नहीं जमता है 

3  . मरीज को लिटाने और एस्प्रिन की टेबलेट देने के बाद तुरंत एमरजेंसी नंबर पर फ़ोन करें , एबुलेंस को फोन कर स्थति के बारे में अवगत कराकर तुरंत बुलाये । अच्छे अस्पताल का मेम्बर अगर आपके पास हो तो वहाँ फोन करें 

4  . दिल के दौरे में धड़कने बंद  सकती है । दौरा यदि अचानक हो और कार्डियो पल्मोनरी के लक्षण हो जहां  दिल की धड़कने बंद होने लगती है । तो सीने को दबाकर सांस चालु करने की कोशिश करें । यह बहुत आसान है और इससे धड़कने फिर से शुरू हो जाती है इसे सी पी आर तकनीक कहा जाता है 

5  . सी पी आर कैसे दें  हम आपको यहाँ बताने जा रहे हैं  । इसे करने के लिए मरीज को कमर के बल लिटायें , अपनी हथेलियों को मरीज के सीने के बीच में रखें । हाथ को नीचे दबायें  ताकि सीन एक से लेकर आधा इंच चिपक जाएं । प्रति मिनिट सौ बार ऐसा करें । और तब तक ऐसा करते रहे जब तक दूसरी तरह की सहायता नहीं मिल जाती है 

                                                      
                                                                     

6  . मरीज को तत्काल कृतिम शवांस  देने की व्यवस्था करें । मरीज का तकिया हटा दें और उसकी ठोडी पकड़कर ऊपर उठा दें । इससे सांस की नाली का अवरोध कम  हो जाता है , और कृतिम सांस में कोई अवरोध नहीं होता है 

7  . मरीज की नाक को उँगलियों से दबाकर रखिये। और अपने मुँह  से कृत्रिम सांस्  दें  । नथुने दबाने से मुंह  से दी जा रही सांस सीधे फेफडों  तक जा सकेगी । लंबी सांस  लेकर अपना मुँह  चिपकायें , हवा मुँह  से किसी तरह से बहार निकल  न रही हों । मरीज के मुँह  में धीरे - धीरे साँस छोड़े , 2 - 3  सेकेंड  में मरीज के फेफड़ों में हवा भर जाएगी । ऐसा 2  से 3  बार कीजिये । अगर मरीज सांस लेना बंद कर दें  तब सांस न दें 

नोट  :- इस लेख में बताये गए नुस्खे आपकी जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।