जब शरीर में खून का बहाव सामान्य से कम हो जाता है तो उसे निम्न रक्तचाप का रोग कहते है । हमारे गलत खान पान और रहन सहन के कारण हम लोग low blood pressure के शिकार हो जाते है । आज हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे । हमारे दिल से सारे शरीर को साफ़ खून की सप्लाई लगातार होती रहती है । अलग - अलग अंगों को होने वाली यह सप्लाई आर्टरीज के द्वारा होती है । ब्लड को प्रेशर से सारे शरीर तक पहुँचाने के लिए दिल लगातार सिकुड़ता और वापस नार्मल होता रहता है एक मिनट में आमतौर पर 60 से 70 बार जब दिल धड़कता है तो खून अधिकतम दबाव के साथ आर्टरीज में जाता है । इसे सिस्टोलिक प्रेशर कहते है । जब दिल सिकुड़ने के बाद वापस अपनी नॉर्मल स्थति में आता है तो खून का दबाव आर्टरीज में तो बना रहता है पर वह न्यूनतम होता है । इसे डायस्टोलिक प्रेशर कहते हैं । ब्लड प्रेशर दिन भर एक सा नहीं रहता । जब हम सोकर उठते हैं तो यह काम होता है । जब हम शारीरिक मेहनत करते है जैसे तेज चलना , दौड़ना या टेंशन , तो यह बढ़ जाता है ।
दरअसल निम्न रक्तचाप में रक्त का प्रवाह बहुत धीमा पड़ जाता है अर्थात ऊपर का रक्तचाप सामान्य से घटकर 90 अथवा 100 रह जाए तथा नीचे का रक्तचाप 80 से घटकर 60 रह जाये , ऐसी स्थति को निम्न रक्तचाप कहते है ।
निम्न रक्तचाप ( Low Blood Pressure ) के कारण
1 . अधिक मानसिक चिंता ।
2 . अधिक शोक ।
3 . अधिक क्रोध ।
4 . आहार का असंतुलन होना ।
5 . बहुत अधिक मोटापा होना ।
6 . पानी या खून की कमी होना ।
7 . उल्टियां , डेंगू मलेरिया , हार्ट प्रॉब्लम , सदमे , इंफेक्शन , ज्यादा मोशन आना भी निम्न रक्तचाप का कारण होता है ।
8 . अचानक सदमा लगना , कोई भयावह दृश्य देखने या खबर सुनने से भी बी पी लो हो सकता है ।
निम्न रक्तचाप ( Low Blood Pressure ) के लक्षण
1 . चेहरे का फीका पड़ना निम्न रक्तचाप का एक मुख्य लक्षण हैं जिन्हें भी निम्न रक्तचाप की समस्या होती है उनका चेहरा फीका पड़ने लगता है ।
2 . निम्न रक्तचाप के रोगी की आँखें लाल हो जाती है ।
3 . निम्न रक्तचाप के रोगी के नाड़ियों की गति धीरे होने लगती है ।
4 . निम्न रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति को निराशा या अवसाद की स्थिति महसूस होने लगती है वह डिप्रेशन का शिकार हो जाता है ।
5 . निम्न रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति की नजर धुंधली पड़ने लगती है उसे साफ़ दिखाई देने में परेशानी होती है ।
6 . इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को थकान , कमजोरी , और चक्कर आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है
7 . निम्न रक्तचाप में रोगी की दिल की धड़कने अधिक बढ़ने लगती है उसे घबराहट जैसी महसूस होने लगती है ।
8 . निम्न रक्तचाप के रोगी को भूख नहीं लगती है उसे अच्छे पकवानों की महक भी आकर्षित नहीं करती है ।
9 . इस रोग के कारण रोगी को अधिकतर सर में दर्द की समस्या से जूझना पड़ता है ।
10 . इसमें व्यक्ति को प्यास की अनुभूति अधिक होती है अर्थात रोगी को बार - बार प्यास लगती है।
निम्न रक्तचाप ( Low Blood Pressure ) के लिए घरेलू उपचार
1 . एक कप कॉफी आपके शरीर का रक्तचाप बढ़ाती है । इसलिए अगर आपको लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो तो रोज खाने के साथ या फिर सुबह - सुबह कॉफी लेना आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है ।
2 . पानी में तुलसी के पत्ते , काली मिर्च और लौंग डालकर अच्छी तरह उबाल लीजिये । पानी आधा रहने पर इसे छानकर गर्म ही पीना चाहिये । इसे रोज दिन में 1 बार पीने से निम्न रक्तचाप यानि Low Blood Pressure बहुत जल्दी ठीक हो जाता है।
3 . 1 चम्मच शहद में 1/2 छोटा चम्मच लहसुन का रस मिला लीजिये । इसे रोज दिन में 3 बार कहना चाहिए । इससे निम्न रक्तचाप धीरे - धीरे ठीक हो जाता है ।
4 . अनार का जूस भी निम्न रक्तचाप की समस्या को दूर करने का बेहतरीन इलाज है ।
5 . अदरक के टुकड़ों को नींबू और नमक मिलकर रोजाना खाने से पहले चबाएं । ये भी निम्न रक्तचाप को दूर करने में बहुत कारगर है ।
6 . एक महीने तक लगातार इसके इस्तेमाल से निम्न रक्तचाप की समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकता है । रात भर किशमिश को पानी भिगोकर रखें । सुबह खाली पेट इसे चबाकर खाएं और पानी को छानकर पी लें । फायदा होगा ।
7 . राई तथा सौंठ के कर्ण को बराबर मात्रा में लेकर पानी में मिलाए और पैर के तलवों पर लगाएं ।
8 . देसी गुड़ हर रोज 50 ग्राम की मात्रा में खाएं या 25 ग्राम गुड़ एक गिलास पानी में घोघलकर उसमे थोड़ा नींबू का रस और नमक मिलकर दिन में दो बार सेवन करें ।
9 . सेब पपीता , अंजीर , आम आदि का अधिक सेवन करें ।
10 . प्रतिदिन गाजर के एक गिलास रस में 10 ग्राम शहद मिलकर पीएं । यह प्रयोग 30 दिनों तक करें ।
11 . पुदीने की चटनी या रस में सेंधा नमक , काली मिर्च , किशमिश डालकर सेवन करें ।
12 . प्रातः बासी मुँह सेब का मुरब्बा चांदी के वर्क के साथ खाएं
13 . हींग के सेवन से रक्त जैम नहीं पाता अर्थात रक्त संचार ठीक रहता है । इसलिए निम्न रक्तचाप में हींग का सेवन करें ।
14 . भोजन के बाद आधा कप नारंगी पानी अवश्य पीएं ।
15 . आंवले के 2 ग्राम रस में 10 ग्राम शहद मिलकर कुछ दिन प्रातःकाल सेवन करने से निम्न रक्तचाप के लिए बहुत लाभकारी है ।
16 . निम्न रक्तचाप को सामान्य बनाये रखने में चुकंदर का रास काफी कारगर होता है। रोजाना यह रस सुबह - शाम पीना चाहिए । इससे हफ्ते भर में आप अपने ब्लड प्रेशर में सुधर पाएंगे ।
17 . जटामासी , कपूर और दालचीनी को सामान मात्रा में लेकर मिश्रण बना लें और तीन- तीन ग्राम की मात्रा में सुबह- शाम गर्म पानी से सेवन करें । कुछ ही दिनों में आपके ब्लड प्रेशर में सुधार हो जायेगा ।
18 . रात्रि में 2 -3 छुहारे दूध में उबालकर पीने या खजूर कहकर दूध पीते रहने से निम्न रक्तचाप में सुधार होता है ।
19 . 200 ग्राम मट्ठे में नमक , भुना हुआ जीरा व थोड़ी सी भुनी है हींग मिलकर प्रतिदिन पीते रहने से इस समस्या के निदान में काफी मदद मिलती है ।
20 . 200 ग्राम टमाटर के रस में थोड़ी सी काली मिर्च व नमक मिलाकर पीना लाभदायक होता है । उच्च रक्तचाप में जहां नमक के सेवन से रोगी को हानि होती है , वहीँ निम्न रक्तचाप के रोगियों को नमक के सेवन से लाभ होता है ।
21 . गाजर के 200 ग्राम रस में पालक को 50 ग्राम रस मिलकर पीना भी निम्न रक्तचाप के रोगियों के लिए लाभदायक होता है ।
22 . रात को बादाम की तीन - चार गिरी जल में डालकर रखें । प्रातः उठकर गिरी को पीसकर मिश्री और मक्खन के साथ खायें और ऊपर से दूध पीने से निम्न रक्तचाप में काफी लाभ होता है।
23 . रोगी को एक साथ अधिक मात्रा में भोजन नहीं करना चाहिए । थोड़ी - थोड़ी मात्रा में दिन में कई बार भोजन करना चाहिए ।
24 . 1 /4 चम्मच हल्दी पाउडर , 1 /4 चम्मच धनिया पाउडर , 1 चुटकी अदरक का पाउडर या पिसी हुई सौंठ , 1 चुटकी इलायची पाउडर और 2 चम्मच चीनी मिला लिजिये । 1 पैन में 1 कप दूध और 1 /2 कप पानी और यह मिश्रण डालकर चाय की तरह उबाल लीजिये , फिर इसे छान लीजिये । इसे गर्म ही पीना चाहिए इसे दिन में रोजाना एक बार पीने से कुछ हे समय में Low Blood pressure यानि निम्न रक्तचाप ठीक हो जाता है ।
नोट :- इस लेख में बताये गए नुस्खे आपकी जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।
दरअसल निम्न रक्तचाप में रक्त का प्रवाह बहुत धीमा पड़ जाता है अर्थात ऊपर का रक्तचाप सामान्य से घटकर 90 अथवा 100 रह जाए तथा नीचे का रक्तचाप 80 से घटकर 60 रह जाये , ऐसी स्थति को निम्न रक्तचाप कहते है ।
निम्न रक्तचाप ( Low Blood Pressure ) के कारण
1 . अधिक मानसिक चिंता ।
2 . अधिक शोक ।
3 . अधिक क्रोध ।
4 . आहार का असंतुलन होना ।
5 . बहुत अधिक मोटापा होना ।
6 . पानी या खून की कमी होना ।
7 . उल्टियां , डेंगू मलेरिया , हार्ट प्रॉब्लम , सदमे , इंफेक्शन , ज्यादा मोशन आना भी निम्न रक्तचाप का कारण होता है ।
8 . अचानक सदमा लगना , कोई भयावह दृश्य देखने या खबर सुनने से भी बी पी लो हो सकता है ।
निम्न रक्तचाप ( Low Blood Pressure ) के लक्षण
1 . चेहरे का फीका पड़ना निम्न रक्तचाप का एक मुख्य लक्षण हैं जिन्हें भी निम्न रक्तचाप की समस्या होती है उनका चेहरा फीका पड़ने लगता है ।
2 . निम्न रक्तचाप के रोगी की आँखें लाल हो जाती है ।
3 . निम्न रक्तचाप के रोगी के नाड़ियों की गति धीरे होने लगती है ।
4 . निम्न रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति को निराशा या अवसाद की स्थिति महसूस होने लगती है वह डिप्रेशन का शिकार हो जाता है ।
5 . निम्न रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति की नजर धुंधली पड़ने लगती है उसे साफ़ दिखाई देने में परेशानी होती है ।
6 . इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को थकान , कमजोरी , और चक्कर आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है
7 . निम्न रक्तचाप में रोगी की दिल की धड़कने अधिक बढ़ने लगती है उसे घबराहट जैसी महसूस होने लगती है ।
8 . निम्न रक्तचाप के रोगी को भूख नहीं लगती है उसे अच्छे पकवानों की महक भी आकर्षित नहीं करती है ।
9 . इस रोग के कारण रोगी को अधिकतर सर में दर्द की समस्या से जूझना पड़ता है ।
10 . इसमें व्यक्ति को प्यास की अनुभूति अधिक होती है अर्थात रोगी को बार - बार प्यास लगती है।
निम्न रक्तचाप ( Low Blood Pressure ) के लिए घरेलू उपचार
1 . एक कप कॉफी आपके शरीर का रक्तचाप बढ़ाती है । इसलिए अगर आपको लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो तो रोज खाने के साथ या फिर सुबह - सुबह कॉफी लेना आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है ।
2 . पानी में तुलसी के पत्ते , काली मिर्च और लौंग डालकर अच्छी तरह उबाल लीजिये । पानी आधा रहने पर इसे छानकर गर्म ही पीना चाहिये । इसे रोज दिन में 1 बार पीने से निम्न रक्तचाप यानि Low Blood Pressure बहुत जल्दी ठीक हो जाता है।
3 . 1 चम्मच शहद में 1/2 छोटा चम्मच लहसुन का रस मिला लीजिये । इसे रोज दिन में 3 बार कहना चाहिए । इससे निम्न रक्तचाप धीरे - धीरे ठीक हो जाता है ।
4 . अनार का जूस भी निम्न रक्तचाप की समस्या को दूर करने का बेहतरीन इलाज है ।
5 . अदरक के टुकड़ों को नींबू और नमक मिलकर रोजाना खाने से पहले चबाएं । ये भी निम्न रक्तचाप को दूर करने में बहुत कारगर है ।
6 . एक महीने तक लगातार इसके इस्तेमाल से निम्न रक्तचाप की समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकता है । रात भर किशमिश को पानी भिगोकर रखें । सुबह खाली पेट इसे चबाकर खाएं और पानी को छानकर पी लें । फायदा होगा ।
7 . राई तथा सौंठ के कर्ण को बराबर मात्रा में लेकर पानी में मिलाए और पैर के तलवों पर लगाएं ।
8 . देसी गुड़ हर रोज 50 ग्राम की मात्रा में खाएं या 25 ग्राम गुड़ एक गिलास पानी में घोघलकर उसमे थोड़ा नींबू का रस और नमक मिलकर दिन में दो बार सेवन करें ।
9 . सेब पपीता , अंजीर , आम आदि का अधिक सेवन करें ।
10 . प्रतिदिन गाजर के एक गिलास रस में 10 ग्राम शहद मिलकर पीएं । यह प्रयोग 30 दिनों तक करें ।
11 . पुदीने की चटनी या रस में सेंधा नमक , काली मिर्च , किशमिश डालकर सेवन करें ।
12 . प्रातः बासी मुँह सेब का मुरब्बा चांदी के वर्क के साथ खाएं
13 . हींग के सेवन से रक्त जैम नहीं पाता अर्थात रक्त संचार ठीक रहता है । इसलिए निम्न रक्तचाप में हींग का सेवन करें ।
14 . भोजन के बाद आधा कप नारंगी पानी अवश्य पीएं ।
15 . आंवले के 2 ग्राम रस में 10 ग्राम शहद मिलकर कुछ दिन प्रातःकाल सेवन करने से निम्न रक्तचाप के लिए बहुत लाभकारी है ।
16 . निम्न रक्तचाप को सामान्य बनाये रखने में चुकंदर का रास काफी कारगर होता है। रोजाना यह रस सुबह - शाम पीना चाहिए । इससे हफ्ते भर में आप अपने ब्लड प्रेशर में सुधर पाएंगे ।
17 . जटामासी , कपूर और दालचीनी को सामान मात्रा में लेकर मिश्रण बना लें और तीन- तीन ग्राम की मात्रा में सुबह- शाम गर्म पानी से सेवन करें । कुछ ही दिनों में आपके ब्लड प्रेशर में सुधार हो जायेगा ।
18 . रात्रि में 2 -3 छुहारे दूध में उबालकर पीने या खजूर कहकर दूध पीते रहने से निम्न रक्तचाप में सुधार होता है ।
19 . 200 ग्राम मट्ठे में नमक , भुना हुआ जीरा व थोड़ी सी भुनी है हींग मिलकर प्रतिदिन पीते रहने से इस समस्या के निदान में काफी मदद मिलती है ।
20 . 200 ग्राम टमाटर के रस में थोड़ी सी काली मिर्च व नमक मिलाकर पीना लाभदायक होता है । उच्च रक्तचाप में जहां नमक के सेवन से रोगी को हानि होती है , वहीँ निम्न रक्तचाप के रोगियों को नमक के सेवन से लाभ होता है ।
21 . गाजर के 200 ग्राम रस में पालक को 50 ग्राम रस मिलकर पीना भी निम्न रक्तचाप के रोगियों के लिए लाभदायक होता है ।
22 . रात को बादाम की तीन - चार गिरी जल में डालकर रखें । प्रातः उठकर गिरी को पीसकर मिश्री और मक्खन के साथ खायें और ऊपर से दूध पीने से निम्न रक्तचाप में काफी लाभ होता है।
23 . रोगी को एक साथ अधिक मात्रा में भोजन नहीं करना चाहिए । थोड़ी - थोड़ी मात्रा में दिन में कई बार भोजन करना चाहिए ।
24 . 1 /4 चम्मच हल्दी पाउडर , 1 /4 चम्मच धनिया पाउडर , 1 चुटकी अदरक का पाउडर या पिसी हुई सौंठ , 1 चुटकी इलायची पाउडर और 2 चम्मच चीनी मिला लिजिये । 1 पैन में 1 कप दूध और 1 /2 कप पानी और यह मिश्रण डालकर चाय की तरह उबाल लीजिये , फिर इसे छान लीजिये । इसे गर्म ही पीना चाहिए इसे दिन में रोजाना एक बार पीने से कुछ हे समय में Low Blood pressure यानि निम्न रक्तचाप ठीक हो जाता है ।
नोट :- इस लेख में बताये गए नुस्खे आपकी जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।