कान का दर्द होने पर इंसान परेशान हो जाता है , इसमें असहनीय दर्द होता है। जिसमें कोई भी परेशान हो जाता है। कान में दर्द ज्यादातर छोटे बच्चों को होता हैं। वे हमें बोल नहीं पाते हैं और दर्द बढ़ता जाता है। ज्यादातर समय हम कान के दर्द के कारण नहीं समझ पाते और गलत इलाज कर लेते हैं।
कान से सम्बंधित समस्याएं और रोग अक्सर सर्दियों के मौसम में अधिक आते है। अनेक लोग सर्दी की बीमारी की वजह से कान के रोगी हो जाते हैं ,
इसके अलावा सर्दी का इलाज जल्दी ही करना चाहिए इस समस्या के कारण सुनने की शक्ति पर असर पड़ सकता है। अगर इनका सही ख्याल नहीं रखा गया तो नाजुक प्रकृति के होने के कारण कान से जुड़ी अनेक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
कान दर्द के कारण
1 . यदि किसी व्यक्ति के कर्णनलिका में किसी प्रकार की समस्या हो जाती है तो उसके कान में दर्द होने लगता हैं। इसलिए कर्णनलिका को हमेशा स्वच्छ रखें।
2 . यदि दांतों में दर्द होता है तो उनमे एक घाव सा उत्पन्न हो जाता हैं। जिसके कारण हमारे कान में भी दर्द होने लगता हैं।
3 . कान की सफाई करना बहुत जरूरी होता है यदि कान की सफाई न की जाए तो इसके कारण अनेक प्रकार की समस्याएं होने लगती है और हमारे कान में असहनीय दर्द होने लगता हैं।
4 . यदि कान के जोड़ों में काठ बन जाती है तो यह भी कान दर्द का एक हिस्सा है , गठिया बनने से हमारे कान में बहुत दर्द होने लगता हैं।
5 . यदि कभी किसी व्यक्ति के कान में चोट लग जाती है तो काफी टाइम बाद याद चोट दर्द के रूप में उभर कर आती हैं।
6 . कान में ठंड लगने , कान को बार - बार कुरेदने , पानी में अचानक पर्दे पर पर चले जाने , चोट लगने , कान में मैल हो जाने या फुंसी निकल जाने , कान में सूजन हो जाने , चर्म रोग आदि कारणों से कान में असहनीय दर्द हो जाता हैं।
7 . सर्दी लग जाना।
8 . लगातार तेज और कर्कष ध्वनि।
9 . कान में चोट लगना।
10 . कान में कीड़ा घुस जाना या संक्रमण होना।
11 . नहाते समय कान में पानी प्रविष्ठ होना।
कान दर्द के घरेलू उपचार
1 . अदरक का रस निकालकर दो बूंद कान में टपकाने से भी कान के दर्द और सूजन में भी लाभ मिलता हैं।
2 . 10 मिलीलीटर तिल के तेल में 3 लहसुन की कली पीसकर इसे किसी बरतन में गर्म करें। फिर छानकर शीशी में भ लें। इसकी 4 - 5 बूंदे जिस काम में समस्या हो उसमे टपका दें। कान दर्द में लाभप्रद नुस्खा हैं।
3 . जैतून का तेल हल्का गर्म करके कान में डालने से भी कान के दर्द में राहत मिलती हैं।
4 . प्याज का रस निकाल लें , अब रूई के फाये को इस रस में डुबोकर इसे कान के ऊपर निचोड़ दें , इससे कान में उत्पन्न सूजन दर्द एवं संक्रमण को कम करने में मदद मिलती हैं।
5 . तुलसी की ताजी पत्तियों को निचोड़कर दो बूंद कान में टपकाने से कान दर्द से राहत देता हैं।
6 . पांच ग्राम मेथी के बीज के बीज को एक बड़ा चम्मच तिल के तेल में गरम करें। फिर छानकर इसे शीशी में भर लें। अब इसे दो बूंद दूध के साथ कान में टपका दें। कान पीप का यह बहुत कारगर इलाज माना जाता हैं।
7 . अदरक के रस में नींबू के रस मिलाएं। और इसकी चार - पांच बूंदे कान में डालें। आधे घंटे के बाद कान को रुई से साफ़ कर दें।
8 . दो या तीन बूंद सरसों का तेल कान में डालने से कान के संक्रमण में तुरंत लाभ मिलता हैं।
9 . अपने भोजन में अधिक से अधिक विटामिन सी युक्त जैसे : अमरुद , नींबू , संतरे , पपीते आदि फलों का प्रयोग करें। ये कान के दर्द में लाभ देते हैं।
10 . केले के पेड़ की हरी छाल निकालें। इसे गरम करके सोते वक्त इसकी 3 - 4 बूंदें कान में डालें। कान दर्द की यह बहुत अच्छी दावा हैं।
11 . मुलहठी को घी में भूनकर बारीक़ पेस्ट बनाएं। फिर इसे कान में लगाएं। कुछ हे मिनिट में दर्द बिलकुल समाप्त।
12 . नमक को अच्छी तरह गर्म करके उसे किसी कपड़े में बांध कर कान के जिस जगह पर दर्द हो रहा है उस जगह पर रखने से कान दर्द से आराम मिलता हैं।
13 . समय - समय पर कान की सफाई करवाते रहिये। धयान रखिये कान की सफाई हमेशा अच्छे डॉक्टर से करवानी चाहिए।
14 . कान में दर्द जोर - जोर से हिलाना नहीं चाहिए और न ही किसी नुकीली चीज से साफ़ करनी चाहिए।
15 . अगर कान में मैल जमा हो जाए तो कॉटन स्कैब को कान के ज्यादा भीतर न ले जाइए और इससे जोर से कान की सफाई नहीं करनी चाहिए।
16 . लगभग 10 मिली। सरसों के तेल में ३ ग्राम हींग डालकर गर्म कर लें। इस तेल के एक - एक बूंद कान में डालने से कफ हुआ कान ठीक हो जाता हैं।
17 . कान में दर्द होने पर गेंदे के फूल के पंखड़ियों रस कान में डालने से कान का दर्द ठीक हो जाता हैं।
18 . तिल के तेल में लहसुन के कली डालकर गर्म करें , जब लहसुन जल जाए तो यह तेल छानकर शीशी में भर लें। इस तेल के कुछ बूंदें कान में डालने से कान का दर्द समाप्त हो जाता हैं।
19 . अलसी के तेल को गुनगुना करके कान में 1 - 2 बूंद डालने से कान का दर्द दूर हो जाता हैं।
20 . बीस ग्राम शुद्ध घी में बीस ग्राम कपूर डालकर गर्म कर लें अच्छी तरह पकने के बाद ठंडा करके शीशी में भरकर रख लें। इसके कुछ बूंदे कान में डालने से दर्द में आराम मिलता हैं।
21 . कान में पीब होने पर प्याज का रस लाभप्रद उपाय है। प्याज का रस गरम करके कान में 2 - 4 बूंदे डालें। दिन में 3 बार करें , लाभदायक होगा।
22 . अजवाइन का तेल और तिल का तेल 1 : 3 में मिक्स करें। इसे मामूली गरम करके कान में 2 - 4 बूंद टपक दें। बहुत आराम होगा।
23 . पांच ग्राम मेथी के बीज का एक बड़ा चम्मच तिल के गरम करें। छानकर शीशी में भर लें। दो बूंद दवा और दो बूंद दूध कान में टपका दें। कान के पीप का बहुत उम्दा इलाज हैं।
24 . तुलसी की कुछ पत्तियां और लहसुन की एक कली पीसकर पेस्ट बना लें , इसे गरम करें। कान में इस मिश्रण का रस 2 - 3 बूंद टपकाएं। कान में डालते समय रास थोड़ा सा गरम होना चाहिए। कान दर्द का तत्काल लाभप्रद उपचार हैं।
25 . गरम पानी में सूती कपड़ा भिगोकर निचोड़कर 3 -4 तहें बनाकर कान पर सेंक के लिए रख दें। कान दर्द में लाभकारी हैं।
26 . सोते वक्त सर के नीचे बड़ा तकिया रखें इससे यूस्टेशियन नली में जमा श्लेष्मा नीचे खिसकेगी। और नाली साफ़ होगी। मुँह में कोई चीज चबाते रहने से भी नली का अवरोध हटाने में मदद मिलती हैं।
1 . यदि किसी व्यक्ति के कर्णनलिका में किसी प्रकार की समस्या हो जाती है तो उसके कान में दर्द होने लगता हैं। इसलिए कर्णनलिका को हमेशा स्वच्छ रखें।
2 . यदि दांतों में दर्द होता है तो उनमे एक घाव सा उत्पन्न हो जाता हैं। जिसके कारण हमारे कान में भी दर्द होने लगता हैं।
3 . कान की सफाई करना बहुत जरूरी होता है यदि कान की सफाई न की जाए तो इसके कारण अनेक प्रकार की समस्याएं होने लगती है और हमारे कान में असहनीय दर्द होने लगता हैं।
4 . यदि कान के जोड़ों में काठ बन जाती है तो यह भी कान दर्द का एक हिस्सा है , गठिया बनने से हमारे कान में बहुत दर्द होने लगता हैं।
5 . यदि कभी किसी व्यक्ति के कान में चोट लग जाती है तो काफी टाइम बाद याद चोट दर्द के रूप में उभर कर आती हैं।
6 . कान में ठंड लगने , कान को बार - बार कुरेदने , पानी में अचानक पर्दे पर पर चले जाने , चोट लगने , कान में मैल हो जाने या फुंसी निकल जाने , कान में सूजन हो जाने , चर्म रोग आदि कारणों से कान में असहनीय दर्द हो जाता हैं।
7 . सर्दी लग जाना।
8 . लगातार तेज और कर्कष ध्वनि।
9 . कान में चोट लगना।
10 . कान में कीड़ा घुस जाना या संक्रमण होना।
11 . नहाते समय कान में पानी प्रविष्ठ होना।
कान दर्द के घरेलू उपचार
1 . अदरक का रस निकालकर दो बूंद कान में टपकाने से भी कान के दर्द और सूजन में भी लाभ मिलता हैं।
2 . 10 मिलीलीटर तिल के तेल में 3 लहसुन की कली पीसकर इसे किसी बरतन में गर्म करें। फिर छानकर शीशी में भ लें। इसकी 4 - 5 बूंदे जिस काम में समस्या हो उसमे टपका दें। कान दर्द में लाभप्रद नुस्खा हैं।
3 . जैतून का तेल हल्का गर्म करके कान में डालने से भी कान के दर्द में राहत मिलती हैं।
4 . प्याज का रस निकाल लें , अब रूई के फाये को इस रस में डुबोकर इसे कान के ऊपर निचोड़ दें , इससे कान में उत्पन्न सूजन दर्द एवं संक्रमण को कम करने में मदद मिलती हैं।
5 . तुलसी की ताजी पत्तियों को निचोड़कर दो बूंद कान में टपकाने से कान दर्द से राहत देता हैं।
6 . पांच ग्राम मेथी के बीज के बीज को एक बड़ा चम्मच तिल के तेल में गरम करें। फिर छानकर इसे शीशी में भर लें। अब इसे दो बूंद दूध के साथ कान में टपका दें। कान पीप का यह बहुत कारगर इलाज माना जाता हैं।
7 . अदरक के रस में नींबू के रस मिलाएं। और इसकी चार - पांच बूंदे कान में डालें। आधे घंटे के बाद कान को रुई से साफ़ कर दें।
8 . दो या तीन बूंद सरसों का तेल कान में डालने से कान के संक्रमण में तुरंत लाभ मिलता हैं।
9 . अपने भोजन में अधिक से अधिक विटामिन सी युक्त जैसे : अमरुद , नींबू , संतरे , पपीते आदि फलों का प्रयोग करें। ये कान के दर्द में लाभ देते हैं।
10 . केले के पेड़ की हरी छाल निकालें। इसे गरम करके सोते वक्त इसकी 3 - 4 बूंदें कान में डालें। कान दर्द की यह बहुत अच्छी दावा हैं।
11 . मुलहठी को घी में भूनकर बारीक़ पेस्ट बनाएं। फिर इसे कान में लगाएं। कुछ हे मिनिट में दर्द बिलकुल समाप्त।
12 . नमक को अच्छी तरह गर्म करके उसे किसी कपड़े में बांध कर कान के जिस जगह पर दर्द हो रहा है उस जगह पर रखने से कान दर्द से आराम मिलता हैं।
13 . समय - समय पर कान की सफाई करवाते रहिये। धयान रखिये कान की सफाई हमेशा अच्छे डॉक्टर से करवानी चाहिए।
14 . कान में दर्द जोर - जोर से हिलाना नहीं चाहिए और न ही किसी नुकीली चीज से साफ़ करनी चाहिए।
15 . अगर कान में मैल जमा हो जाए तो कॉटन स्कैब को कान के ज्यादा भीतर न ले जाइए और इससे जोर से कान की सफाई नहीं करनी चाहिए।
16 . लगभग 10 मिली। सरसों के तेल में ३ ग्राम हींग डालकर गर्म कर लें। इस तेल के एक - एक बूंद कान में डालने से कफ हुआ कान ठीक हो जाता हैं।
17 . कान में दर्द होने पर गेंदे के फूल के पंखड़ियों रस कान में डालने से कान का दर्द ठीक हो जाता हैं।
18 . तिल के तेल में लहसुन के कली डालकर गर्म करें , जब लहसुन जल जाए तो यह तेल छानकर शीशी में भर लें। इस तेल के कुछ बूंदें कान में डालने से कान का दर्द समाप्त हो जाता हैं।
19 . अलसी के तेल को गुनगुना करके कान में 1 - 2 बूंद डालने से कान का दर्द दूर हो जाता हैं।
20 . बीस ग्राम शुद्ध घी में बीस ग्राम कपूर डालकर गर्म कर लें अच्छी तरह पकने के बाद ठंडा करके शीशी में भरकर रख लें। इसके कुछ बूंदे कान में डालने से दर्द में आराम मिलता हैं।
21 . कान में पीब होने पर प्याज का रस लाभप्रद उपाय है। प्याज का रस गरम करके कान में 2 - 4 बूंदे डालें। दिन में 3 बार करें , लाभदायक होगा।
22 . अजवाइन का तेल और तिल का तेल 1 : 3 में मिक्स करें। इसे मामूली गरम करके कान में 2 - 4 बूंद टपक दें। बहुत आराम होगा।
23 . पांच ग्राम मेथी के बीज का एक बड़ा चम्मच तिल के गरम करें। छानकर शीशी में भर लें। दो बूंद दवा और दो बूंद दूध कान में टपका दें। कान के पीप का बहुत उम्दा इलाज हैं।
24 . तुलसी की कुछ पत्तियां और लहसुन की एक कली पीसकर पेस्ट बना लें , इसे गरम करें। कान में इस मिश्रण का रस 2 - 3 बूंद टपकाएं। कान में डालते समय रास थोड़ा सा गरम होना चाहिए। कान दर्द का तत्काल लाभप्रद उपचार हैं।
25 . गरम पानी में सूती कपड़ा भिगोकर निचोड़कर 3 -4 तहें बनाकर कान पर सेंक के लिए रख दें। कान दर्द में लाभकारी हैं।
26 . सोते वक्त सर के नीचे बड़ा तकिया रखें इससे यूस्टेशियन नली में जमा श्लेष्मा नीचे खिसकेगी। और नाली साफ़ होगी। मुँह में कोई चीज चबाते रहने से भी नली का अवरोध हटाने में मदद मिलती हैं।
नोट :- इस लेख में बताये गए नुस्खे आपकी जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।
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