आज की इस भागदौड़ और व्यस्त जीवन के कारण मनुष्य अपने खानपान और स्वास्थ का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रख पाता है , जिसकी वजह से उसके जीवन में अनेक रोग बिन बुलाए आने लगते हैं। साथ ही शरीर के सारे तंत्र अनियमित हो जाते है। इसी तरह की एक समस्या है अरुचि। अरुचि से अभिप्राय भूख के न लगने से है , ये समस्या दिन - प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। भूख न लगने के कारण आपके शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते और इससे कई बीमारियां हमारे शरीर में घर कर जाते हैं। इस रोग को मंदाग्नि के नाम से भी जाना जाता हैं।
हमारे शरीर अग्नि खाये गए भोजन को पचाने का काम करती है , यदि यह किसी कारण पड़ जाए तो भोजन ठीक तरह से नहीं पचता है। भोजन के ठीक से नहीं पचने के कारण शरीर में कितने ही रोग पैदा हो जाते है। अनियमित खानपान से वायु पित्त और कफ दूषित हो जाते है , जिसकी वजह से भूख लगनी बंद हो जाती है , और अजीर्ण , अपच वायु विकार तथा पित्त आदि की शिकायतें आने लगती हैं , भूख लगनी बंद हो जाती है शरीर टूटने लगता है , स्वाद बिगड़ जाता है , पेट में भारीपन महसूस होने लगता है , पेट ख़राब होने से दिमाग ख़राब रहना चालू हो जाता है ,अथवा समझ लीजिये की शरीर का पूरा तंत्र ही ख़राब हो जाता है।
भूख न लगने के कारण
1 . अधिक तला हुआ वसायुक्त खाना फ़ास्ट फ़ूड , पिज्जा इत्यादि आपकी भूख मार देती है।
2 . मीठे का बहुत अधिक सेवन करने से भी आपकी भूख धीरे - धीरे कम होने लगती है।
3 . गर्म तासीर वाले पेय जैसे कि चाय , कॉफ़ी भी भूख को दबाने का कार्य करती है।
4 .देर तक जागना न सिर्फ अनिद्रा को बुलाता है। बल्कि अरुचि को बुलाकर आपके शरीर को भी कमजोर बना देता है।
5 . आलस भी भूख न लगने का एक बहुत बड़ा कारण हैं।
6 . अधिक चिंता , क्रोध , भय और घबराहट के कारण भी यकृत खराबी के कारण भी भूख नहीं लगती।
7 . कब्ज जैसी किसी बीमारी से पीड़ित होना।
8 . पेट की कोई बीमारी जैसे गैस आदि का होना।
9 . चिंता , तनाव के कारण भी भूख नहीं लगती।
10. धूम्रपान भी इस समस्या का एक कारण हो सकता हैं।
भूख बढ़ाने के रामबाण उपाय
1 . काला नमक चाटने से गैस ख़त्म होती है , और भूख बढ़ती है।
2 . भूख न लगने पर आधा माशा फूला हुआ सुहागा एक कप गुनगुने पानी में दो तीन बार लेने से भूख खुल जाती हैं।
3 . हरड़ का चूर्ण सौंठ और गुड़ के साथ अथवा सेंधा नमक के साथ सेवन करने से भूख बढ़ती हैं।
4 . हरड़ गुड़ और सौंठ का चूर्ण बनाकर उसे थोड़ा थोड़ा मट्ठे के साथ रोजाना सेवन करने से भूख खुल जाती हैं।
5 . छाछ के रोजाना लेने से भी मंदाग्नि ख़त्म हो जाती हैं।
6 . सौंठ का चूर्ण घी में मिलाकर चाटने से और गरम जल खूब पीने से भी खूब भूख लगती हैं।
7 . भोजन करने से पहले छिली हुई अदरक को सेंधा नमक लगाकर खाने से भूख बढ़ती हैं।
8 . गेहूं के चोकर में सेंधा नमक और अजवायन मिलाकर रोटी बनवायी जाए , इससे भूख बहुत लगती हैं।
9 . मोठ की दाल मंदाग्नि और बुखार की नाशक हैं।
10 . पके हुए टमाटर के फांके चूसते रहने से भूख खुल जाती हैं।
11 . दो छुहारों का गुदा निकालकर 300 ग्राम दूध में पका लें , छुहारों का सत निकलने पर दूध को पी लें इससे खाना भी पचता है और भूख भी लगती हैं।
12 . सौंठ , अजवायन , जीरा , छोटी पीपल और काली मिर्च समान मात्रा में लेकर उसमें थोड़ी से हींग मिला लें , फिर इन सबको खूब बारीक पीस बाना लें। का एक चम्मच भाग छाछ में मिलाकर रोजाना पीना चालू कर दें , दो सप्ताह तक लेने से कैसी भी कब्जियत में फायदा होगा।
13 . भोजन करने के आधा घंटा पहले चुकंदर , गाजर , टमाटर , पत्ता गोभी पालक तथा अन्य हरी साग सब्जियों का रस पीने से भी भूख बढ़ती हैं।
14 . सेब का सेवन करने से भी भूख भी बढ़ती है और खून भी साफ़ होता हैं।
15 . चालीस ग्राम अजवायन , सेंधा नमक दस ग्राम दोनों को पीसकर एक साफ़ बोतल में रख लें। इसमें से दो ग्राम चूर्ण रोजाना सबेरे फांककर ऊपर से पानी पी लें , इससे भूख भी बढ़ेगी और वात वाली बीमारियां भी समाप्त होगी।
16 . एक पाव सौंफ पानी में भिगो दें , फिर इस पानी में चौगनी मिश्री मिलाकर पका लें , इस शरबत को चाटने से भी भूख बढ़ती हैं।
17 . जायफल का एक ग्राम चूर्ण शहद के साथ चाटने से जठराग्नि प्रबल होकर मंदाग्नि दूर होती हैं
18 . सौंफ , सौंठ और मिश्री सभी को सामान मात्रा में लेकर ताजे पानी से रोजाना लेना चाहिये। इससे पाचन शक्ति प्रबल होती हैं।
19 . लीची को भोजन से पहले लेने से पाचन सकती और भूख में बढ़ोत्तरी होती हैं।
20 . अनार के सेवन से भी भूख बढ़ती हैं।
21 . नींबू का रस रोजाना पानी में मिलाकर पीने से भी भूख बढ़ती हैं।
22 . अनानास का आधा गिलास रस भोजन से पहले पीने से भी भूख बढ़ती हैं।
23 . तरबूज के बीज की गिरी खाने से भी भूख बढ़ती हैं।
24 . इमली की पत्ती की चटनी बनाकर खाने से भूख भी बढ़ती है , और खाना भी हजम होता हैं।
25 . हरड़ को निबोलियों के साथ लेने से भूख बढ़ती है , और चर्म रोगों का भी नाश होता हैं।
26 . बेल का फल या जूस भी भूख बढ़ाने में सहायता करता हैं।
नोट :- इस लेख में बताये गए नुस्खे आपकी जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।
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हमारे शरीर अग्नि खाये गए भोजन को पचाने का काम करती है , यदि यह किसी कारण पड़ जाए तो भोजन ठीक तरह से नहीं पचता है। भोजन के ठीक से नहीं पचने के कारण शरीर में कितने ही रोग पैदा हो जाते है। अनियमित खानपान से वायु पित्त और कफ दूषित हो जाते है , जिसकी वजह से भूख लगनी बंद हो जाती है , और अजीर्ण , अपच वायु विकार तथा पित्त आदि की शिकायतें आने लगती हैं , भूख लगनी बंद हो जाती है शरीर टूटने लगता है , स्वाद बिगड़ जाता है , पेट में भारीपन महसूस होने लगता है , पेट ख़राब होने से दिमाग ख़राब रहना चालू हो जाता है ,अथवा समझ लीजिये की शरीर का पूरा तंत्र ही ख़राब हो जाता है।
भूख न लगने के कारण
1 . अधिक तला हुआ वसायुक्त खाना फ़ास्ट फ़ूड , पिज्जा इत्यादि आपकी भूख मार देती है।
2 . मीठे का बहुत अधिक सेवन करने से भी आपकी भूख धीरे - धीरे कम होने लगती है।
3 . गर्म तासीर वाले पेय जैसे कि चाय , कॉफ़ी भी भूख को दबाने का कार्य करती है।
4 .देर तक जागना न सिर्फ अनिद्रा को बुलाता है। बल्कि अरुचि को बुलाकर आपके शरीर को भी कमजोर बना देता है।
5 . आलस भी भूख न लगने का एक बहुत बड़ा कारण हैं।
6 . अधिक चिंता , क्रोध , भय और घबराहट के कारण भी यकृत खराबी के कारण भी भूख नहीं लगती।
7 . कब्ज जैसी किसी बीमारी से पीड़ित होना।
8 . पेट की कोई बीमारी जैसे गैस आदि का होना।
9 . चिंता , तनाव के कारण भी भूख नहीं लगती।
10. धूम्रपान भी इस समस्या का एक कारण हो सकता हैं।
भूख बढ़ाने के रामबाण उपाय
1 . काला नमक चाटने से गैस ख़त्म होती है , और भूख बढ़ती है।
2 . भूख न लगने पर आधा माशा फूला हुआ सुहागा एक कप गुनगुने पानी में दो तीन बार लेने से भूख खुल जाती हैं।
3 . हरड़ का चूर्ण सौंठ और गुड़ के साथ अथवा सेंधा नमक के साथ सेवन करने से भूख बढ़ती हैं।
4 . हरड़ गुड़ और सौंठ का चूर्ण बनाकर उसे थोड़ा थोड़ा मट्ठे के साथ रोजाना सेवन करने से भूख खुल जाती हैं।
5 . छाछ के रोजाना लेने से भी मंदाग्नि ख़त्म हो जाती हैं।
6 . सौंठ का चूर्ण घी में मिलाकर चाटने से और गरम जल खूब पीने से भी खूब भूख लगती हैं।
7 . भोजन करने से पहले छिली हुई अदरक को सेंधा नमक लगाकर खाने से भूख बढ़ती हैं।
8 . गेहूं के चोकर में सेंधा नमक और अजवायन मिलाकर रोटी बनवायी जाए , इससे भूख बहुत लगती हैं।
9 . मोठ की दाल मंदाग्नि और बुखार की नाशक हैं।
10 . पके हुए टमाटर के फांके चूसते रहने से भूख खुल जाती हैं।
11 . दो छुहारों का गुदा निकालकर 300 ग्राम दूध में पका लें , छुहारों का सत निकलने पर दूध को पी लें इससे खाना भी पचता है और भूख भी लगती हैं।
12 . सौंठ , अजवायन , जीरा , छोटी पीपल और काली मिर्च समान मात्रा में लेकर उसमें थोड़ी से हींग मिला लें , फिर इन सबको खूब बारीक पीस बाना लें। का एक चम्मच भाग छाछ में मिलाकर रोजाना पीना चालू कर दें , दो सप्ताह तक लेने से कैसी भी कब्जियत में फायदा होगा।
13 . भोजन करने के आधा घंटा पहले चुकंदर , गाजर , टमाटर , पत्ता गोभी पालक तथा अन्य हरी साग सब्जियों का रस पीने से भी भूख बढ़ती हैं।
14 . सेब का सेवन करने से भी भूख भी बढ़ती है और खून भी साफ़ होता हैं।
15 . चालीस ग्राम अजवायन , सेंधा नमक दस ग्राम दोनों को पीसकर एक साफ़ बोतल में रख लें। इसमें से दो ग्राम चूर्ण रोजाना सबेरे फांककर ऊपर से पानी पी लें , इससे भूख भी बढ़ेगी और वात वाली बीमारियां भी समाप्त होगी।
16 . एक पाव सौंफ पानी में भिगो दें , फिर इस पानी में चौगनी मिश्री मिलाकर पका लें , इस शरबत को चाटने से भी भूख बढ़ती हैं।
17 . जायफल का एक ग्राम चूर्ण शहद के साथ चाटने से जठराग्नि प्रबल होकर मंदाग्नि दूर होती हैं
18 . सौंफ , सौंठ और मिश्री सभी को सामान मात्रा में लेकर ताजे पानी से रोजाना लेना चाहिये। इससे पाचन शक्ति प्रबल होती हैं।
19 . लीची को भोजन से पहले लेने से पाचन सकती और भूख में बढ़ोत्तरी होती हैं।
20 . अनार के सेवन से भी भूख बढ़ती हैं।
21 . नींबू का रस रोजाना पानी में मिलाकर पीने से भी भूख बढ़ती हैं।
22 . अनानास का आधा गिलास रस भोजन से पहले पीने से भी भूख बढ़ती हैं।
23 . तरबूज के बीज की गिरी खाने से भी भूख बढ़ती हैं।
24 . इमली की पत्ती की चटनी बनाकर खाने से भूख भी बढ़ती है , और खाना भी हजम होता हैं।
25 . हरड़ को निबोलियों के साथ लेने से भूख बढ़ती है , और चर्म रोगों का भी नाश होता हैं।
26 . बेल का फल या जूस भी भूख बढ़ाने में सहायता करता हैं।
नोट :- इस लेख में बताये गए नुस्खे आपकी जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।
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