जब मानव शरीर में स्थित भोजन को पचाने वाला अम्लीय पदार्थ अमाशय की क्षति पहुँचाने लगती हैं। तो व्यक्ति को अल्सर का रोग हो जाता हैं। अल्सर व्यक्ति के अमाशय या छोटी आंत के ऊपरी हिस्से में फोड़े निकलते हैं। अल्सर को अमाशय का अल्सर , पेप्टिक अल्सर तथा गैस्ट्रिक अल्सर के नाम से भी जाना जाता हैं।
अल्सर के कारण
1 . धूम्रपान करने से पेट में अल्सर होने की संभावना अधिक रहती है।
2 . शराब का अधिक प्रयोग करने से भी पेट या आंत में अल्सर हो जाता है।
3 . अधिक चाय , कॉफ़ी का प्रयोग करने से भी अल्सर हो जाता हैं।
4 . ज्यादा गरम मसालों का प्रयोग करने से भी अल्सर होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
5 . बहुत अधिक तनाव में रहने से भी अल्सर होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
6 . अल्सर बहुत अधिक गर्म खट्टे मिर्च मसालों वालो भोजन करने से भी होता हैं।
7 . सूजन रोधी दवाओं के सेवन से भी अल्सर होता हैं।
8 . पेनकिलर्स के इस्तेमाल करने से भी अल्सर की सम्भावना बढ़ जाती हैं।
9 . लगातार बाहर का भोजन करना।
10 . भोजन करना भूल जाना।
11 . अनयिमित तरीके से भोजन करना।
अल्सर के लक्षण
1 . हमेशा पेट में दर्द रहना।
2 . बदहजमी होना।
3 . उल्टी होना या उल्टी से खून आना।
4 . ह्रदय में जलन होना।
5 . मल से खून आना।
6 . वजन का घटना।
7 . पेट में जलन होना।
8 . सीने और नाभि के बीच में जलन या दर्द होना।
9 . रोगी चिड़चिड़ा हो जाता हैं।
अल्सर के घरेलू उपचार
1 . दूध पीने से गैस्ट्रिक एसिड बनता है , लेकिन आधा कप ठंडे दूध में आधा नींबू निचोड़कर पिया जाए तो वह पेट को आराम देता हैं। जलन का असर काम हो जाता हैं।
2 . अल्सर के लिए पोहा एक बहुत ही फायदेमंद नुस्खा हैं। पोहा और सौंफ को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लीजिये , 20 ग्राम चूर्ण को 2 लीटर पानी में सुबह घोलकर रखिये , इसे रात तक पूरा पी जाएं। यह घोल नियमित रूप से सुबह तैयार करके दोपहर बाद या शाम से पीना शुरू कर दें। इस घोल को 24 घंटे में समाप्त कर देना है, अल्सर में आराम मिलेगा।
3 . गाजर और पत्ता गोभी को बराबर मात्रा में लेकर जूस बना लीजिये , इस जूस को सुबह - शाम एक - एक कप पीने से पेप्टिक अल्सर के मरीजों को आराम मिलता हैं।
4 . अल्सर के मरीजों के लिए गाय के दूध से बने घी का इस्तेमाल करना लाभदायक होता हैं।
5 . बादाम पीसकर इसका दूध बना लीजिये , इसे सुबह - शाम पीने से अल्सर ठीक हो जाता हैं।
6 . सहजन के पत्ते को पीसकर दही के साथ पेस्ट बनाकर लें। इस पेस्ट का बार करने से अल्सर में फायदा होता हैं।
7 . आंतों का अल्सर होने पर हींग को पानी में मिलकर इसका एनीमा देना चाहिए। इसके साथ ही रोगी को आसानी से पचने वाला खाना खाना चाहिए।
8 . अल्सर होने पर एक पाव ठंडे दूध में उतनी ही मात्रा में पानी मिलाकर देना चाहिए। इससे कुछ ही दिनों में आराम मिल जायेगा।
9 . रोगी को रोजाना छाछ की पतली कढ़ी बनाकर देना चाहिए , अल्सर में मक्के की रोटी और कढी खाना चाहिए , यह बहुत आसानी से पच जाती हैं।
10 . यदि आपके पेट में घाव हो गया है तो इस घाव को जल्द भरने के लिए रोजाना दिन में दो बार एक छोटा गिलास संतरे का रस पियें। संतरे का रस रोज पीने से घाव जल्दी भर जायेगा।
11 . 2 चम्मच आंवले का पिसा हुआ चूर्ण लें , और इसे रात को पानी में भिगोकर सो जाएं। इसके बाद एक चम्मच पिसी हुई सौंठ लें , दो चम्मच मिश्री का पाउडर लें। अब इन सभी को उस पानी में मिला दें। इसके बाद इस पानी का सेवन करें। अल्सर में लाभ होगा।
12 . दो केले लें और उन्हें छील लें। इसके बाद इन केले के गूदे को मैश कर लें , और उसमें थोड़ा सा तुलसी के पत्तों का रस मिला दें। और उसके बाद इसका सेवन करें। अल्सर के रोग में काफी राहत मिलेगी।
13 . अल्सर रोग को दूर करने के लिए अधिक से अधिक कच्चे केले की सब्जी बनाए। और उसमे हींग पाउडर मिलकर खाएं।
14 . यदि अल्सर का रोग होने के बाद आपके पेट में हमेशा दर्द रहता हैं तो इस दर्द को दूर करने के लिए एक चम्मच जीरा , एक चुटकी सेंधा नमक , दो रत्ती घी में भुनी हुई हींग लेकर इन सभी को एक साथ मिला लें। इसके बाद इस चूर्ण का सेवन दिन में दो बार भोजन ग्रहण करने के पश्चात् करें , आपको लाभ होगा।
15 . अल्सर के रोग से जल्द मुक्त होने के लिए 3 छोटी हरड़ , कुछ मुनक्का जिसमे बीज न हो ,डेढ़ चम्मच अजवाइन लें। इसके बाद इन सभी चीजों को मिलाकर चटनी बना लें , और इस चटनी का सेवन रोजाना करें।
16 . अल्सर के रोग से पीड़ित व्यक्ति दिन में एक बार आंवले के मुरब्बे के रस में आधा गिलास अनार का रस मिलाकर पियें तो भी इस रोग में जल्दी आराम मिल जाता हैं।
17 . 2 चम्मच अजवाइन , 3 चम्मच धनिया पाउडर , 2 चम्मच जीरा पाउडर ,और एक चुटकी हींग पाउडर लें , और इन सबको मिला लें। अब इस चूर्ण का सेवन भोजन करने के पश्चात् करें। जल्दी ही आपको इस रोग से राहत मिल जाएगी।
18 . अल्सर के उपचार के लिए रोजाना नारियल पानी पिएं। नारियल के तेल का सेवन भी इस रोग बचाता हैं।
19 . गाय के दूध में हल्दी मिलाकर पीने से भी अल्सर रोगियों को लाभ होता हैं।
20 . अल्सर के उपचार के लिए दो से तीन लहसुन की कलियों को कुचलकर पानी के साथ पिएं।
21 . बेलफल का रस भी पेट की जलन और दर्द को दूर कर अल्सर से बचाता हैं।
22 . मेथीदाने को पानी में उबालकर पीने से पेप्टिक अल्सर राहत मिलती हैं।
नोट :- इस लेख में बताये गए नुस्खे आपकी जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।